Always be engaged & devoted in listening to Shrimad Bhagwat Katha also known as Lord’s Bhagwat Katha. By mere listening of the Katha, Lord shall reside permanently in your conciousness.
SANSKAR – SANSKRUTI – SEVA
Noble duties are the only devotion
ये बात सत्य है की पूजा पाठ एवं कर्मकांड मेरी आजीविका है ।परंतु ये बात परम सत्य हे की मेरी आजीविका ही मुझे आध्यात्मिकता कीओर प्रेरित करती है। मेरे यजमान की उन्नति एवं प्रगति ही मुझे बलवान् बनाती है। पूजा के समापन में पूजाकर्ता का संतुष्ट मुख मुझेपरमानंदसे भर देता है। और क्या चाहिए आपकी उन्नति ,प्रगति एवं प्रसन्नता में निमित्त बनाना ही परमात्मा की परमकृपा